Monday 25 December 2017

Mujhe to yaad hai, kya tumhe yaad hai


वो सावन की पहली बारिश तेरा बस स्टॉप पे अकेले खड़ा रहना
मेरा बाइक से गुजरना और बारिश से बचने को उसी स्टॉप पे आना
तेरा मुझे देख के थोड़ा घबराना और मेरा तुझे देखते रह जाना
तेरे फ़ोन की बैटरी ख़तम होना और घर पे बताने को मेरा फ़ोन माँगना
मुझे तो याद है क्या तुम्हे याद है


तेरा धन्यवाद कहना अपना नाम बताना और मेरा नाम पूछना
तुम कहाँ रहती हो ये बताना और मेरा भी उसी रास्ते पे जाना
मेरे बारे में जानकर तेरा मुझपे यकीन जताना और मेरे साथ जाना
इस तरह बारिश का हमको मिलाना और हमारा रोज एक साथ आना जाना
मुझे तो याद है क्या तुम्हे याद है


मुलाकातों का सिलसिला बढ़ जाना और हमारा एक दूसरे के करीब आ जाना
यूँ घंटो हमारा बिना बातों के ढेर सारी बातें कर जाना
बिन कहे इशारे समझ जाना और एक दूसरे के साथ बाकी दुनिया भूल जाना
वैसे तो रोज देर से आना पर अगले दिन जल्दी आने का वादा करके जाना

मुझे तो याद है क्या तुम्हे याद है


कुछ दिनों तक तेरा ऑफिस ना आना और मेरा परेशान हो जाना
कई दिन तक मेरा फ़ोन न उठाना और एक दिन मेरा तेरे घर आ जाना

मुझे देख के तेरा डर जाना और मैं तुम्हारे ऑफिस से आया हूँ ऐसा सबको कहना

तेरा अपनी सगाई के बारे में बताना और बस मेरे सपनों का चूर चूर हो जाना
मुझे तो याद है क्या तुम्हे याद है



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