कुछ अपनी दास्तान कुछ अनकहे जज्बात लिखते हैं
हम अपनी शायरी में हर वो बात लिखते हैं
कुछ हसीन लम्हे कुछ अधूरी मुलाकात लिखते है
हम अपनी शायरी में हर वो बात लिखते हैं
कुछ दिन सुकून के कुछ दर्द भरी रात लिखते है
हम अपनी शायरी में हर वो बात लिखते हैं
कुछ बदमाशियां उनकी कुछ अपनी खुराफात लिखते हैं
हम अपनी शायरी में हर वो बात लिखते हैं
कुछ दूरियां दरमियां पर हर पल उनके साथ लिखते हैं
हम अपनी शायरी में हर वो बात लिखते हैं
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