चाँद रात्रि का बड़ा बेटा है और ये सितारे उसके छोटे भाई बहन...
दिन का समय इनका खेलने और सीखने का समय होता है तो ये घर से बाहर निकल जाते हैं...
पृथ्वी इनके लिए खेल का मैदान है इसलिए ये पृथ्वी के चारों और चक्कर लगाते रहते हैं...
अमावस में ये सभी नानी के घर छुट्टियाँ मनाने चले जाते हैं फिर पूर्णिमा तक वापस आ जाते हैं....
आसमान इनका सरंक्षक है और इसलिए ये हमेशा उसकी छत्रछाया में ही रहते हैं....
और जैसा कि विश्वविदित है परमपिता परमात्मा इनका भी पिता है और ये सब कुछ पिता की देख रेख में ही होता है..
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