हम सड़क पर चलते हैं और गलत जगह पहुँच जाते हैं।
दुःख भी हम तक चल कर नही आते
कुछ अलग होता है और हम दुःखी हो जाते हैं।
हम किसी को याद नही करते
पर कुछ लोग याद आ जाते हैं।
भूलने का कोई फॉर्मूला नही होता
जिसे हम सोचते नही उसे हम भूल जाते हैं।
अमित 'मौन'
Welcome to my Blog. I write what i saw & learn from life. Because: जो पढ़ा किताबों में, अमल में लाऊं भी तो क्या, ये जिंदगी है जनाब, फलसफ़ों से नही चलती.... Suggestions/appreciations in comment box are always welcomed. You can also read my latest writing at the following link: www.yourquote.in/amitmaun
इतना कुछ कह कर भी बहुत कुछ है जो बचा रह जाता है क्या है जिसको कहकर लगे बस यही था जो कहना था झगड़े करता हूँ पर शिकायतें बची रह जाती हैं और कवि...
भूलने का कोई फॉर्मूला नही होता
ReplyDeleteजिसे हम सोचते नही उसे हम भूल जाते हैं।
बहुत गहरी बात।
बेहतरीन रचना...
⭐🚩⭐
बहुत बहुत धन्यवाद आपका
Deleteसही है
ReplyDeleteशुक्रिया आपका
Deleteगहन चिंतन सराहनीय रचना।
ReplyDeleteसादर
बहुत बहुत धन्यवाद आपका
Deleteहार्दिक आभार आपका
ReplyDeleteधन्यवाद आपका
ReplyDelete