जितना मुंह मोड़ोगी उतना पीछे आऊंगा
तुम रुठ जाना मैं फिर मनाऊँगा
जितनी शिकायत करोगी मैं उतना सताऊंगा
तुम रूठ जाना मैं फिर मनाऊँगा
जितनी दूर जाओगी उतना पास आऊंगा
तुम रूठ जाना मैं फिर मनाऊँगा
कहीं भी छुप जाओ तुम्हे ढूंढ के लाऊंगा
तुम रूठ जाना मैं फिर मनाऊँगा
बेहद खूबसूरत...👌👌👌
ReplyDeleteji shukriya
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